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7 months baby food chart indian;-कमजोर बच्चों का वजन बस 1 महीने में बढाएं इस हेल्थी तरीके से | 7 month baby food

7 months baby food chart indian;-कमजोर बच्चों का वजन बस 1 महीने में बढाएं इस हेल्थी तरीके से | 7 month baby food
7 months baby food chart indian :7 से 8 महीने के बेबी के लिए सही आहार – एक संपूर्ण मार्गदर्शिका

बेबी का विकास उनके जीवन के पहले साल में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। जब आपका शिशु 7 से 8 महीने का हो जाता है, तो उसका आहार सिर्फ दूध पर निर्भर नहीं रहता। इस उम्र में, शिशु को ठोस आहार की आवश्यकता होती है ताकि उसकी पोषण की सभी जरूरतें पूरी हो सकें। लेकिन कई माता-पिता इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि 7 से 8 महीने के शिशु को क्या खिलाया जाए। इस लेख में हम इसी पर विस्तार से चर्चा करेंगे और आपको एक उचित भोजन चार्ट देंगे जो आपके बच्चे की सेहत के लिए फायदेमंद हो।

1. 7-8 महीने के बेबी के लिए आहार की शुरुआत कैसे करें?

जब आपका शिशु 6 महीने की उम्र को पार कर लेता है, तब उसके लिए ठोस आहार की शुरुआत करना जरूरी हो जाता है। 7 से 8 महीने के बेबी के लिए यह समय और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनकी डाइट में विविधता लाने का समय होता है। इस उम्र में बेबी को विभिन्न प्रकार के स्वाद और टेक्सचर का अनुभव होना चाहिए।

शुरुआत में आपको छोटे-छोटे प्यूरी या अच्छी तरह से मैश किए हुए आहार देने चाहिए। जैसे-जैसे आपका शिशु ठोस आहार खाने का अभ्यस्त हो जाता है, आप धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार के आहार शामिल कर सकते हैं।

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2. नाश्ता (ब्रेकफास्ट)

शुरुआत में जब शिशु उठता है, वह सीधे ठोस आहार नहीं खा सकता। इसलिए उठते ही सबसे पहले उसे ब्रेस्टफीडिंग या फॉर्मूला मिल्क दिया जा सकता है। यह उनके शरीर को दिन की शुरुआत के लिए आवश्यक ऊर्जा देता है। उसके थोड़ी देर बाद आप उन्हें नाश्ते में कुछ हल्का और पचने में आसान खाना दे सकते हैं, जैसे:

  • फल की प्यूरी: जैसे कि केले की प्यूरी या पपीते की प्यूरी। यह शिशु के लिए अच्छा और पौष्टिक नाश्ता साबित हो सकता है।
  • सब्जियों की प्यूरी: गाजर या कद्दू जैसी सब्जियों की प्यूरी शिशु के पाचन तंत्र के लिए हल्की होती है और उन्हें जरूरी पोषण भी देती है।

3. लंच के लिए क्या खिलाएं?

दिन के भोजन में शिशु को थोड़ा भारी और पौष्टिक आहार देने की सलाह दी जाती है। यहां कुछ अच्छे विकल्प हैं:

  • चावल और दाल: चावल को अच्छी तरह से उबाल कर उसे दाल के साथ मैश कर दिया जा सकता है। यह शिशु के लिए पचने में आसान होता है।
  • ओट्स: ओट्स को पानी में पकाकर उसे मैश कर दिया जाए तो यह एक पौष्टिक विकल्प हो सकता है।
  • सब्जियों की प्यूरी: गाजर, कद्दू, या मटर की प्यूरी भी लंच के लिए बेहतरीन विकल्प हैं।

4. स्नैक्स के लिए सुझाव

लंच के बाद अगर शिशु को भूख लगती है, तो उसे कुछ हल्का और पौष्टिक देने की जरूरत होती है। इसके लिए आप निम्नलिखित चीजें दे सकते हैं:

  • फल की प्यूरी: केले, चीकू या सेब की प्यूरी शिशु के लिए स्नैक्स के रूप में अच्छा विकल्प है।
  • ब्रेस्टफीडिंग या फॉर्मूला मिल्क: अगर शिशु ठोस आहार लेने के लिए तैयार नहीं है, तो उसे दूध दिया जा सकता है।

5. डिनर के लिए क्या खिलाएं?

रात के भोजन में भी शिशु को पौष्टिक आहार देना जरूरी है, ताकि वह रातभर भरपूर पोषण पा सके। यहां कुछ डिनर के विकल्प हैं:

  • उबला हुआ आलू: आलू को उबाल कर उसे अच्छी तरह से मैश कर शिशु को दिया जा सकता है।
  • दाल और चावल: यह एक हल्का और संतुलित आहार है जो शिशु की भूख को शांत करता है।
  • वेजिटेबल प्यूरी: सब्जियों की प्यूरी डिनर में शिशु के लिए एक बढ़िया विकल्प है।

6. फिंगर फूड की शुरुआत

जब आपका शिशु 7 से 8 महीने का हो जाता है, तो वह धीरे-धीरे फिंगर फूड खाने की क्षमता विकसित करने लगता है। इसका मतलब है कि अब आप उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में सॉलिड फूड दे सकते हैं, जैसे:

  • सॉफ्ट फ्रूट्स: केले के छोटे टुकड़े या पके हुए सेब।
  • उबली हुई सब्जियां: गाजर, मटर, या शकरकंद के छोटे टुकड़े।

7. पानी और तरल पदार्थ

7-8 महीने के शिशु को केवल ठोस आहार नहीं देना चाहिए, बल्कि उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ भी देना जरूरी है। दिन में समय-समय पर शिशु को पानी पिलाते रहें ताकि उनके शरीर में तरल पदार्थ की कमी न हो। इसके साथ ही, अगर आपका शिशु ब्रेस्टफीडिंग कर रहा है तो उसे जरूरत के मुताबिक दूध पिलाते रहें।

8. किन चीजों से बचें?

  • नमक और चीनी: इस उम्र के शिशु के भोजन में नमक और चीनी का उपयोग करने से बचना चाहिए।
  • शहद: 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे शिशु को बोटुलिज़्म नामक बीमारी हो सकती है।
  • अत्यधिक मसालेदार खाना: बच्चों के भोजन में मसालों का अत्यधिक उपयोग न करें।

9. एलर्जी से बचाव के टिप्स

जब भी आप अपने शिशु को कोई नया आहार देना शुरू करें, तो उसे दिन के समय में दें ताकि यदि किसी प्रकार की एलर्जी होती है, तो उसे समय पर पहचाना जा सके। एक बार में एक ही नई चीज आजमाएं और देखें कि शिशु पर उसका कोई विपरीत प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है।

10. शिशु के लिए खाद्य वैरायटी का महत्व

हर दिन एक ही प्रकार का खाना देने से शिशु उसे खाने में रूचि खो सकता है। इसलिए, उनके भोजन में विविधता लाएं। अलग-अलग रंग की सब्जियां, विभिन्न प्रकार के फल, और अनाज के मिश्रण को उनकी डाइट का हिस्सा बनाएं। इससे शिशु को अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व मिलेंगे और वह खाने में भी अधिक रुचि दिखाएगा।

11. माता-पिता के लिए खास टिप्स

  • कभी भी शिशु को जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश न करें। अगर वे नहीं खाना चाहते हैं, तो उन्हें समय दें।
  • शिशु की भूख और रुचि के अनुसार उसे खाना दें।
  • जब शिशु 7-8 महीने का हो जाता है, तो उसे धीरे-धीरे स्व-निर्देशित खाने (self-feeding) की तरफ प्रेरित करें। यह उनके मोटर स्किल्स के विकास के लिए भी फायदेमंद है।

निष्कर्ष

7 से 8 महीने के शिशु का आहार चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन थोड़ी सावधानी और सही मार्गदर्शन से आप अपने शिशु को सही पोषण प्रदान कर सकते हैं। ऊपर बताए गए भोजन चार्ट और टिप्स आपके शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

यदि आपको अभी भी कोई संदेह है या आपके मन में कोई सवाल हैं, तो बेझिझक हमें कमेंट बॉक्स में लिखें।

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