Baba Siddique पर गोलियां दागने वाले आरोपी कबाड़वाले निकले, Lawrence Bishnoi का मामले से क्या कनेक्शन?
12 अक्टूबर की रात को महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता जियाउद्दीन उर्फ बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाई गईं। यह घटना रात करीब 9:30 बजे घटी। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, बाबा सिद्दीकी को तीन गोलियां मारी गई थीं, और पुलिस ने बताया कि हमले में तीन आरोपी शामिल थे। हालाँकि, बाद में चौथा आरोपी भी सामने आया, जिससे कुल चार आरोपियों की पहचान हुई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को उसी रात गिरफ्तार कर लिया, जबकि बाकी दो आरोपी फरार हो गए।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक 23 वर्षीय गुरमेल बलजीत सिंह था, जो हरियाणा का निवासी है, जबकि दूसरा आरोपी धर्मराज था, जिसकी उम्र स्पष्ट नहीं हो सकी। कुछ रिपोर्ट्स में धर्मराज की उम्र 19 साल बताई गई, लेकिन धर्मराज ने खुद को नाबालिग बताया है। वहीं, आधार कार्ड के अनुसार धर्मराज की उम्र 21 साल पाई गई। अब यह कोर्ट पर निर्भर है कि वह धर्मराज की असली उम्र तय करे। धर्मराज के गाँव से ही एक और संदिग्ध आरोपी शिवा कुमार गौतम भी सामने आया, जो बहराइच के गंडा गाँव का रहने वाला है।
शिवा के परिवार का कहना है कि वह कबाड़ का काम करता था और उनका बेटा इस मामले में कैसे फंस गया, उन्हें समझ नहीं आ रहा। शिवा की माँ ने बताया कि वह एक सामान्य परिवार से आते हैं और उनका बेटा किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में लिप्त नहीं था। इसके बावजूद शिवा का नाम इस हत्याकांड में आने से परिवार स्तब्ध है।
शिवा की माँ ने बताया कि शिवा पुणे में कबाड़ का काम करता था, और कुछ दिन पहले ही उनके बेटे से आखिरी बार बात हुई थी। जब पुलिस ने शिवा के खिलाफ आरोप लगाए, तो पूरा परिवार तनाव में आ गया, और उनकी माँ को ब्लड प्रेशर की समस्या हो गई। इसके अलावा, इस मामले में एक और नाम मोहम्मद जसीन अख्तर का भी सामने आया है, जिसे कुछ रिपोर्ट्स में जीशान बताया गया है। मोहम्मद जसीन पर पहले से ही पंजाब में सात मामले दर्ज हैं, और फिलहाल वह फरार है।
धर्मराज के परिवार ने बताया कि वह भी कबाड़ का काम करता था और हाल ही में पुणे में रहने गया था। धर्मराज की माँ ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी पुलिस के माध्यम से मिली। उनके अनुसार, धर्मराज सबसे छोटा बेटा है और वह किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं था।
इस मामले में रोचक पहलू यह है कि घटना के मुख्य आरोपी, जो कबाड़ का काम करते थे, इतने बड़े हत्याकांड को अंजाम देने में कैसे शामिल हो सकते हैं। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ हो सकता है। 13 अक्टूबर की सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट सामने आई जिसमें दावा किया गया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने करवाई है। इस मामले को सलमान खान से भी जोड़ा गया, जिससे सवाल उठता है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई ने ही कबाड़ के काम करने वालों के जरिए बाबा सिद्दीकी की हत्या करवाई?
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की गहन जांच कर रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बयान दिया कि इस मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और जांच फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगी। वहीं, एनसीपी के शरद पवार गुट से राज्यसभा सांसद शरद पवार ने आरोप लगाया कि सरकार ठीक से काम नहीं कर रही है।
13 अक्टूबर को मुंबई के किला कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई, जिसमें आरोपी गुरमेल सिंह को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। धर्मराज की उम्र को लेकर संशय बना हुआ है, जिसके कारण कोर्ट ने फिलहाल उसकी रिमांड पर फैसला नहीं लिया। कोर्ट ने पहले धर्मराज की उम्र की जांच करने का आदेश दिया, जिसके बाद ही उसकी रिमांड पर निर्णय लिया जाएगा।
इस मामले में हर दिन नए मोड़ सामने आ रहे हैं। पुलिस की जांच चल रही है, और समय-समय पर नए अपडेट्स आ रहे हैं। द ललनटॉप पर आप इस मर्डर केस से जुड़े अन्य वीडियो भी देख सकते हैं, जिनमें आपको केस से संबंधित और भी जानकारियाँ मिलेंगी।
निष्कर्ष:
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने महाराष्ट्र और देशभर में सनसनी मचा दी है। इस केस में आरोपी सामान्य जीवन जीने वाले लोग हैं, जो कबाड़ का काम करते थे, लेकिन हत्या जैसे गंभीर अपराध में उनके शामिल होने की संभावना ने लोगों को चौंका दिया है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कनेक्शन और सलमान खान से मामले को जोड़े जाने ने इस हत्याकांड को और भी पेचीदा बना दिया है। पुलिस की जांच जारी है, और हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी और दोषियों को सजा मिलेगी।
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